
परम प्रिय सतगुरुदेव की १०२वीं जन्म जयंती
हमारे श्रद्धेय सतगुरु, हिन्दू धर्म सम्राट परमहंस श्री स्वामी माधवानन्द जी महाराज की १०२वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक सुन्दर सत्संग का आयोजन किया गया।
उनके उत्तराधिकारी, परम पूज्य विश्वगुरु महामंडलेश्वर परमहंस श्री स्वामी महेश्वरानंद पुरी जी महाराज की पावन उपस्थिति में, यह संध्याउनकी जीवंत विरासत का एक सशक्त अनुस्मारक थी।


गुरु परम्परा
हमारी आध्यात्मिक विरासत गुरुओं की एक अखंड स्वर्णिम श्रृंखला है, जिसका उद्गम हजारों वर्ष पूर्व हिमालय में महान ऋषि श्री अलख पुरी जी महाराज से हुआ।


ज्ञान की यह दिव्य धारा श्रद्धेय परमयोगेश्वर श्री देवपुरी जी महाराज और परम प्रिय श्री दीप नारायण महाप्रभु जी महाराज से होकर प्रवाहित हुई।


इस पावन प्रकाश ने उनके उत्तराधिकारी, श्रद्धेय हिन्दू धर्म सम्राट परमहंस श्री स्वामी माधवानन्द जी, जिन्हें हम सादर नमन करते हैं, में अपनी शक्तिशाली अभिव्यक्ति पाई।




आज, इस विरासत को हमारे परम प्रिय गुरुदेव, परम पूज्य विश्वगुरु महामंडलेश्वर परमहंस श्री स्वामी महेश्वरानंद पुरी जी महाराज द्वारा कृपापूर्वक आगे बढ़ाया जा रहा है, जो हमें अपनी जीवंत उपस्थिति और मार्गदर्शन से आशीर्वाद प्रदान करते हैं।










