
गुरु पूजा, गुरु पूर्णिमा का हृदय
गुरु पूर्णिमा, जिसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है, उन गुरुओं के प्रति हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करने का एक पवित्र अवसर है जो हमारे मार्ग को ज्ञान और प्रेम से रोशन करते हैं।

इस उत्सव के केंद्र में गुरु पूजा है - भक्ति का एक सुंदर अनुष्ठान। भक्तगण श्रद्धा और समर्पण के प्रतीक के रूप में फूल, फल, धूप और दीपक अर्पित करते हैं।

पवित्र मंत्रों और भजनों के जाप से वातावरण जीवंत हो उठता है, जो स्थान को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देता है।

एक अनुष्ठान से बढ़कर, गुरु पूर्णिमा ज्ञान, मार्गदर्शन और आंतरिक परिवर्तन का उत्सव है।