
अखबार में ओम आश्रम
अंग्रेजी में अनुवाद I:
योग दिवस विशेष •
वेद, उपनिषद, शास्त्र, पुराण के साथ भारतीय संस्कृति की देंगे शिक्षा
पाली के संत ने 175 देशों में खोले 45 हजार योग केंद्र, ओम आकार बिल्डिंग में बनवाई यूनिवर्सिटी
भास्कर संवाददाता | पाली
पाली के जाडन में विश्व के एकमात्र ओम आकार मंदिर का प्रतिष्ठा हो चुकी है। अब इसे योग यूनिवर्सिटी बनाने की प्रक्रिया महामंडलेश्वर स्वामी महेश्वरानंद महाराज के सानिध्य में शुरू की जा चुकी है। ओम आकार में 250 एकड़ में फैली इस यूनिवर्सिटी में योग में लोग डिप्लोमा कर सकेंगे। महामंडलेश्वर फूलपुरी महाराज ने बताया कि यूनिवर्सिटी में सेलेबस प्राचीन शिक्षा पद्धति पर आधारित होगा। जहां एक साथ कई योग विषयों में डिप्लोमा कराए जाएंगे। वेद, उपनिषद, शास्त्र, पुराण के साथ भारतीय संस्कृति की शिक्षा दी जाएगी।
खास बात यह कि स्वामी महेश्वरानंद महाराज ने इसकी परिकल्पना वर्षों पहले की थी। अब वो देश-विदेशों में योग सिखाते हैं। इसके लिए उनके विदेशों में योग साधना केंद्र संचालित हैं। 175 देशों में उनके 45000 हजार से अधिक योग साधना केंद्र संचालित हैं। खास बात यह कि योग के साथ-साथ पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए स्वामी महेश्वरानंद महाराज के सानिध्य में करीब 2 लाख से अधिक पौधे भी लगाए हैं।
इनमें होगा डिप्लोमा
स्वामी महेश्वरानंद महाराज ने योग को सरल तरीके से सिखाने के लिए खुद पुस्तक लिखी है। इस पुस्तक की खास बात यह कि इसके माध्यम से योग की सरल पद्धतियों के बारे में बताया गया है। जिससे 5 से 75 साल का व्यक्ति भी योग सीख सकता है। इसकी डिजाइन महेश्वरानंद महाराज ने खुद की है। इसके बाद उनकी देखरेख में ही इंजीनियर ने पूरा डिजाइन तैयार किया है।
भक्ति योग- इस योग में डिप्लोमा होगा। इसमें दो-तीन वर्ष का समय लगेगा। इसके लिए ओम आश्रम परिसर में करीब 108 वातानुकूलित कमरे बनाए गए हैं।
ज्ञान योग - 4 बड़े हॉल बनाए जा रहे हैं। पूरे परिसर का वातावरण योग मय बनाया जा रहा है।
कर्म योग - इसमें दो से तीन वर्ष में डिप्लोमा होगा। इसके साथ ही योग से स्वस्थ किस प्रकार से रहा जाता है। इसके बारे में भी पूरा कोर्स कराया जाएगा।
राज योग - इसमें नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए योग की विभिन्न प्रक्रियाएं बताई जाएंगी। रोज योग का पूरा सिलेबस अलग से अध्ययन कराया जाएगा।