
हमारी ज्योति जो कभी क्षीण नहीं होती
🌷मानद स्मरणोत्सव हेतु आमंत्रण🌷
🙏सूर्य भले ही अस्त हो जाए, किन्तु महान संतों के वचन अमर रहते हैं।🙏
हमारे श्रद्धेय सत्गुरु, हिन्दू धर्म सम्राट परमहंस श्री स्वामी माधवानन्द जी महाराज की जन्म जयंती के पावन अवसर पर, हम आपको इन स्मरणोत्सव समारोहों में सम्मिलित होने के लिए सादर आमंत्रित करते हैं। उनके पवित्र समाधि-स्थल पर एक विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाएगा, जिसके उपरांत अगले दिन एक सम्मेलन होगा।
कार्यक्रम १: पूजा समारोह
🗓️ दिनांक:रविवार, २४ अगस्त २०२५
⏰ समय:सायं ७:०० बजे से
📍 स्थान:समाधि-स्थल (निचला तल), शिव मंदिर, ओम् आश्रम, जाडन, पाली (राजस्थान)
कार्यक्रम २: सम्मेलन
🗓️ दिनांक:सोमवार, २५ अगस्त २०२५
⏰ समय:प्रातः १०:०० बजे से
📍 स्थान:श्री दीप गुरुकुल, ओम् आश्रम, जाडन, पाली (राजस्थान)

हमारी दिव्य वंश-परंपरा: गुरु परंपरा
हमारी आध्यात्मिक विरासत, हिमालय में हजारों वर्ष पूर्व महान संत श्री अलख पुरी जी महाराज से आरम्भ हुई गुरु-जनों की एक अटूट सुनहरी श्रृंखला है।
ज्ञान की यह दिव्य धारा श्रद्धेय परमहंस श्री देवपुरी जी महाराज एवं परमप्रिय श्री दीप नारायण महाप्रभु जी महाराज से होकर प्रवाहित हुई।
इस पावन प्रकाश ने उनके उत्तराधिकारी, श्रद्धेय हिन्दू धर्म सम्राट परमहंस श्री स्वामी माधवानन्द जी महाराज, जिन्हें हम नमन करते हैं, के रूप में अपनी सशक्त अभिव्यक्ति पाई।
आज, यह विरासत हमारे परमप्रिय गुरुदेव, परमपूज्य विश्वगुरु महामंडलेश्वर परमहंस श्री स्वामी महेश्वरानंद पुरी जी महाराज द्वारा कृपापूर्वक आगे बढ़ाई जा रही है, जो हमें अपनी जीवंत उपस्थिति और मार्गदर्शन से कृतार्थ करते हैं।
🙏आपको हमारे श्रद्धेय सत्गुरु की इस पावन जन्म जयंती में भाग लेने के लिए सादर आमंत्रित किया जाता है। आपकी गरिमामयी उपस्थिति प्रार्थनीय है।🙏




